विमान हादसा

विमान हादसे में राजस्थान के 12 लोगों की मौत, प्लेन में ली आखिरी सेल्फी आई सामने..

विमान हादसे में राजस्थान के 12 लोगों की मौत, प्लेन में ली आखिरी सेल्फी आई सामने..

अहमदाबाद में हाल ही में हुआ एयर इंडिया का विमान हादसा पूरे देश को गहरे सदमे में डाल गया है। यह भारत का दूसरा सबसे बड़ा विमान हादसा है जिसमें एक ही फ्लाइट में इतनी बड़ी संख्या में लोगों की मौत हुई है। एयर इंडिया की फ्लाइट में कुल 242 लोग सवार थे, जिनमें 230 यात्री और 12 पायलट व केबिन क्रू सदस्य शामिल थे। इस हादसे में केवल एक व्यक्ति जीवित बच पाया है विश्वास कुमार रमेश। विमान ने उड़ान भरने के महज 50 सेकंड बाद ही अहमदाबाद के एक अस्पताल मेस की इमारत से टकरा कर विस्फोट के साथ दुर्घटनाग्रस्त हो गया। यह मंजर इतना भयानक था कि आसपास के लोग दहशत में आ गए।

राजस्थान के 12 लोग थे फ्लाइट में सवार

दुर्घटनाग्रस्त विमान में राजस्थान के 12 लोगों के सवार होने की पुष्टि हुई है। ये यात्री बांसवाड़ा, उदयपुर, बालोतरा और बीकानेर जिलों से थे। हादसे की सबसे दुखद बात यह है कि इनमें से कई परिवारों के छोटे बच्चे भी इस त्रासदी का शिकार हो गए।

बांसवाड़ा से एक ही परिवार के पांच सदस्य

बांसवाड़ा से लंदन जा रहे एक ही परिवार के पांच सदस्य इस हादसे में जान गंवा बैठे। इनमें पति प्रतिक जोशी, पत्नी कोमी व्यास और उनके तीन बच्चे मिराया, प्रद्युत और प्रद्दयुत जोशी शामिल थे। बताया जा रहा है कि प्रतिक पहले से लंदन में रहते थे और इस बार अपनी पत्नी और बच्चों को साथ ले जा रहे थे। कोमी व्यास एक अस्पताल में पैथोलॉजी की पढ़ाई कर रहीं थीं और इसके लिए उन्होंने हाल ही में अपनी नौकरी छोड़ी थी।

उदयपुर से तीन परिवारों के पांच लोग

उदयपुर से भी पांच लोग इस हादसे का शिकार हुए, जो तीन अलग-अलग परिवारों से थे। इनमें शुभ मोदी और शगुन मोदी, वरदीचंद मेनारिया और प्रकाशचंद मेनारिया तथा पायल खटिक शामिल थीं। वरदीचंद और प्रकाशचंद लंदन में शेफ के रूप में कार्यरत थे और छुट्टियों के बाद वापस काम पर लौट रहे थे। वहीं, पायल खटिक उच्च शिक्षा के लिए लंदन जा रही थीं, लेकिन उनकी उड़ान उनके सपनों के साथ समाप्त हो गई।

बालोतरा की खुशबू की पहली और अंतिम उड़ान

बालोतरा की खुशबू राजपुरोहित की कहानी भी बेहद भावुक कर देने वाली है। जनवरी 2025 में हुई उनकी शादी के बाद वह पहली बार अपने पति मनफूल सिंह के पास लंदन जा रही थीं, जो एक आईटी कंपनी में कार्यरत हैं। खुशबू के पिता मदन सिंह खुद उन्हें एयरपोर्ट पर छोड़ने आए थे, पर किसी ने सोचा नहीं था कि यह उनकी बेटी की आखिरी विदाई होगी।

बीकानेर के अभिनव की असमय मौत

विमान में बीकानेर का निवासी अभिनव भी सवार था। वह अहमदाबाद में व्यवसाय करता था और हाल ही में लंदन में बसने के बाद वापस लौट रहा था। उसकी आकस्मिक मौत ने बीकानेर शहर को भी शोक में डुबो दिया है।

अहमदाबाद में हाल ही में हुआ एयर इंडिया का विमान हादसा पूरे देश को गहरे सदमे में डाल गया है। यह भारत का दूसरा सबसे बड़ा विमान हादसा है जिसमें एक ही फ्लाइट में इतनी बड़ी संख्या में लोगों की मौत हुई है। एयर इंडिया की फ्लाइट में कुल 242 लोग सवार थे, जिनमें 230 यात्री और 12 पायलट व केबिन क्रू सदस्य शामिल थे। इस हादसे में केवल एक व्यक्ति जीवित बच पाया है विश्वास कुमार रमेश। विमान ने उड़ान भरने के महज 50 सेकंड बाद ही अहमदाबाद के एक अस्पताल मेस की इमारत से टकरा कर विस्फोट के साथ दुर्घटनाग्रस्त हो गया। यह मंजर इतना भयानक था कि आसपास के लोग दहशत में आ गए।

राजस्थान के 12 लोग थे फ्लाइट में सवार

दुर्घटनाग्रस्त विमान में राजस्थान के 12 लोगों के सवार होने की पुष्टि हुई है। ये यात्री बांसवाड़ा, उदयपुर, बालोतरा और बीकानेर जिलों से थे। हादसे की सबसे दुखद बात यह है कि इनमें से कई परिवारों के छोटे बच्चे भी इस त्रासदी का शिकार हो गए।

बांसवाड़ा से एक ही परिवार के पांच सदस्य

बांसवाड़ा से लंदन जा रहे एक ही परिवार के पांच सदस्य इस हादसे में जान गंवा बैठे। इनमें पति प्रतिक जोशी, पत्नी कोमी व्यास और उनके तीन बच्चे मिराया, प्रद्युत और प्रद्दयुत जोशी शामिल थे। बताया जा रहा है कि प्रतिक पहले से लंदन में रहते थे और इस बार अपनी पत्नी और बच्चों को साथ ले जा रहे थे। कोमी व्यास एक अस्पताल में पैथोलॉजी की पढ़ाई कर रहीं थीं और इसके लिए उन्होंने हाल ही में अपनी नौकरी छोड़ी थी।

उदयपुर से तीन परिवारों के पांच लोग

उदयपुर से भी पांच लोग इस हादसे का शिकार हुए, जो तीन अलग-अलग परिवारों से थे। इनमें शुभ मोदी और शगुन मोदी, वरदीचंद मेनारिया और प्रकाशचंद मेनारिया तथा पायल खटिक शामिल थीं। वरदीचंद और प्रकाशचंद लंदन में शेफ के रूप में कार्यरत थे और छुट्टियों के बाद वापस काम पर लौट रहे थे। वहीं, पायल खटिक उच्च शिक्षा के लिए लंदन जा रही थीं, लेकिन उनकी उड़ान उनके सपनों के साथ समाप्त हो गई।

बालोतरा की खुशबू की पहली और अंतिम उड़ान

बालोतरा की खुशबू राजपुरोहित की कहानी भी बेहद भावुक कर देने वाली है। जनवरी 2025 में हुई उनकी शादी के बाद वह पहली बार अपने पति मनफूल सिंह के पास लंदन जा रही थीं, जो एक आईटी कंपनी में कार्यरत हैं। खुशबू के पिता मदन सिंह खुद उन्हें एयरपोर्ट पर छोड़ने आए थे, पर किसी ने सोचा नहीं था कि यह उनकी बेटी की आखिरी विदाई होगी।

बीकानेर के अभिनव की असमय मौत

विमान में बीकानेर का निवासी अभिनव भी सवार था। वह अहमदाबाद में व्यवसाय करता था और हाल ही में लंदन में बसने के बाद वापस लौट रहा था। उसकी आकस्मिक मौत ने बीकानेर शहर को भी शोक में डुबो दिया है।